सबसे ज्यादा मेहनत कौन करता है? मजदूर या फिर एक बड़ी कंपनी का मालिक??
मजदूर गर्मी और सर्दी की परवाह किये बगैर सबसे अधिक मेहनत करता है और कंपनी का मालिक एयरकंडीशनिंग ऑफिस में बैठकर दिशानिर्देश देता है| लेकिन फिर भी कंपनी के मालिक की आमदनी, मजदूर की आमदनी से हजारों गुना अधिक होती है| ऐसा हम हर क्षेत्र में देखते है कि जैसे जैसे मेहनत कम होती जाती है वैसे वैसे आमदनी बढती जाती है|
ऐसा क्यों?? क्या मेहनत की कोई कीमत नहीं ??
कहानी – मेहनत की कीमत
एक समय की बात है एक गरीब मजदूर था| वह हर रोज कड़ी मेहनत करके पास में ही स्थित पहाड़ी से पत्थर तोड़ता और बाजार में जाकर उसे बेच देता जिससे उसका रोज का घर खर्च मुश्किल से निकल जाता|
एक दिन वह पत्थर बेचने एक कारीगर की दुकान पर गया तो उसने देखा कि कारीगर बहुत सुन्दर पत्थर व्यापारी को हजारों रूपये में बेच रहा था| उसने कारीगर को पूछा कि यह इतने कीमती पत्थर कहाँ मिलते है| कारीगर ने कहा कि यह वही पत्थर है जो तुमने मुझे बेचा था, मैंने तुम्हारे पत्थर के छोटे छोटे टुकड़े करके इनको अपनी कारीगरी से सुन्दर बनाया है|
Hard Work Story In Hindi
कारीगर की बात सुनकर मजदूर बड़ा दुखी हुआ उसने कहा – “दुनिया में मेहनत की कोई कीमत ही नहीं| मैं रोज 12 घंटे कड़ी धूप में मेहनत करके पत्थर तोड़कर लाता हूँ लेकिन मुझे 100-200 रूपये मुश्किल से मिलते है और तुम छ:-सात घंटे आराम से बैठकर काम करते हो फिर भी तुम्हारी आमदनी मुझसे सौ गुना अधिक है|”
कारीगर ने कहा – किसी वस्तु का मूल्य इस बात से निर्धारित नहीं होता कि वह कितनी मेहनत करके बनाई गयी है, उसका मूल्य इस बात से निर्धारित होता है कि उसकी उपयोगिता क्या है या वह कितनी उपयोगी है|
Hard Work + Intengligence = Success
दुनिया में इन्सान से हजारों गुना शक्तिशाली प्राणी मौजूद है लेकिन फिर भी मनुष्य को सबसे शक्तिशाली प्राणी कहा जाता है क्योंकि इन्सान अपनी बौद्धिक क्षमताओं से कुछ भी कर सकता है|
“आपका मूल्यांकन इस बात से नहीं होगा कि आपने कितनी मेहनत की है बल्कि इस बात से होगा कि आप कितना मूल्य जोड़ते है| अगर आपको बीस डॉलर प्रति घंटा तनख्वाह मिलती है तो यह पैसा आपको सिर्फ अपनी मेज पर बैठने के लिए नहीं मिलते बल्कि इसलिए मिलता है क्योंकि आपने साठ मिनट के अन्दर बीस डॉलर के लायक दिखाई देने वाला मूल्य जोड़ा है|”
हार्ड वर्क की जगह स्मार्ट वर्क अच्छा क्यों है?
मेहनत (Hard Work) के बिना कुछ नहीं किया जा सकता लेकिन जब तक मेहनत में बुद्धि एंव रचनात्मकता का उपयोग नहीं किया जाता तब तक मेहनत की कोई कीमत नहीं| आप चीजों को रचनात्मकता के द्वारा जितना उपयोगी बनाते है उनका मूल्य बढ़ता जाता है|
इंसान के पास सबसे शक्तिशाली “बुद्धि” होती जिसके द्वारा वह कुछ भी कर सकता है| हमारी सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि हम कैसे रचनात्मकता के द्वारा समस्याओं को हल करते है| मेहनत का कोई Short Cut नहीं होता लेकिन जब मेहनत के साथ रचनात्मकता का उपयोग किया जाता है तो हर कार्य आसान हो जाता है|
Hard Work Vs Smart Work
अब मैं आपको Hard work और Smart work में कुछ ऐसे अंतर बताना चाहता हूँ जिससे आपके अंदर भी Smart work को लेकर विश्वास मजबूत हो जायेगा और आप Hard work की जगह Smart work करने के लिए प्रेरित (Motivate) हो जायेंगे।
(Difference between Hard work and Smart work)
1- यदि आप सफलता तक पहुंचने के लिए कठिन परिश्रम का रास्ता (Hard working way) चुनते हैं तो आपको अपनी मंजिल (Target) तक पहुंचने के लिए अधिक मेहनत करनी होगी और अधिक समय भी देना होगा जबकि यदि आप Smart working way चुनते हैं तो इस रास्ते में आपको कम मेहनत करनी होगी जो आपको कम समय में सक्सेस तक पहुंचा देगा।
Hard Work = More Work + More Time
Smart Work = Less work + Less time
2- यदि कोई व्यक्ति Hard working को चुनता है तो उसे बहुत अधिक मेहनत करनी होगी लेकिन परिणाम मेहनत के अनुसार नहीं मिलेगा। अतः ऐसे व्यक्ति को उसके लगाए गए input की अपेक्षा बहुत कम output प्राप्त होगा। जबकि यदि कोई व्यक्ति Smart work को चुनता है तो कम मेहनत में भी परिणाम अच्छे मिलेंगे। अर्थात वह जितना input में खर्च करेगा उससे बहुत अधिक output प्राप्त कर सकेगा।
Hard Work = High Input = Low Output = Poor Result
Smart Work = Low Input = High Output = Good Result
3- यदि आप हार्ड वर्क का रास्ता चुनते हैं तो आप जो भी कार्य करेंगे, उसमे मेहनत भी अधिक होगी और आपके ऊपर हर समय काम का pressure भी रहेगा। इस Working pressure से आपको बहुत जल्दी थकान हो जाएगी। लेकिन यदि आप Smart work को चुनते हैं तो आप कम मेहनत करेंगे और काम का आप पर कोई pressure नहीं होगा। और जब Working pressure नहीं होगा तो आप थकान महसूस नहीं करेंगे।
Hard Work = Work with Pressure = Tiredness = Failure
Smart Work = Work without Pressure = No Tiredness = Success
4- यदि कोई person हार्ड वर्क को चुनता है तो वह बिना Logic के मेहनत करता रहता है और जिसका अच्छा परिणाम प्राप्त नहीं कर पाता है जबकि यदि कोई person स्मार्ट वर्क को चुनता है तो वह कम मेहनत में जो भी कार्य करेगा वह Logic के साथ करेगा। हम सभी जानते हैं कि Logical work से सक्सेस बहुत जल्दी मिल जाती है।
Hard Work = Work without Logic = Less Success
Smart Work = Work with Logic = More Success
5- यदि आप Hard work करते हैं तो आपको अपनी Physical power का अधिक use करना पड़ेगा और इसमें Mental power का बहुत कम use हो पाता है जिसकी वजह से आप जल्दी थक जाते हैं और अधिक समय तक लगातार काम नहीं कर पाते जबकि यदि आप Smart work करते हैं तो आप अपनी Mental power का अधिक use करेंगे और इसमें Physical power का कम use हो पाता है जिसकी वजह से थकान बहुत कम होती है और आप अधिक समय तक काम कर सकते हैं।
Hard Work = More Physical power + Less Mental power = Work not continue for long time
Smart Work = More Mental power + Less Physical power = Work continue for long time
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