Boost Memory Power (Hindi) – स्मरण शक्ति कैसे बढ़ायें
आपने गौर किया होगा कि कुछ लोगों को सहजता से महत्वपूर्ण जानकारी याद रह जाती हैं और वे जल्दी से नई चीजों को समझने में सक्षम होते हैं| आप भी यही चाहते होंगे कि आप भी ऐसा कर पाएं?
मनुष्य की स्मरण शक्ति, मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर निर्भर करती है। मस्तिष्क किसी घटना (जिसका हम अनुभव कर रहे होते हैं) से जुड़े विशेष पैटर्न में संकेत भेजता है और हमारे न्यूरॉन्स के बीच कनेक्शन बनाता है, जिन्हें synapses कहा जाता है। अपनी अपनी स्मरण शक्ति बढ़ाने और इन synapses को मजबूत करने के बहुत सारे उपाय हैं |
Tips To Improve Brain Power and Concentration
Basic Techniques To Improve Memory –
याददाश्त बढ़ाने के तरीके
लिखिए (Write it down): लेखन से आपके मस्तिष्क के उन क्षेत्रों में ऑक्सीजन युक्त रक्त का प्रवाह पैदा होता है जो कि अपनी याददाश्त बढ़ाते है। अगर आप विधार्थी है, तो पढाई करते समय नोट्स बना सकते है या एक ब्लॉग लिख सकते हैं – ये सभी गतिविधियां आपको अपनी याद करने की क्षमता को बढ़ाती हैं।
Basic Techniques To Improve Memory – याददाश्त बढ़ाने के तरीके
लिखिए (Write it down):
लेखन से आपके मस्तिष्क के उन क्षेत्रों में ऑक्सीजन युक्त रक्त का प्रवाह पैदा होता है जो कि अपनी याददाश्त बढ़ाते है। अगर आप विधार्थी है, तो पढाई करते समय नोट्स बना सकते है या एक ब्लॉग लिख सकते हैं – ये सभी गतिविधियां आपको अपनी याद करने की क्षमता को बढ़ाती हैं।
दृश्य संकल्पना (Visual Concept):
स्मरण शक्ति बढ़ाने और बातें याद रखने का सबसे शानदार तरीका यही हैं कि आप जो भी पढ़ रहें हैं या सुन रहें हैं उनकी अपने मस्तिष्क में दृश्य कल्पना (Visualize) कीजिये। फोटोग्राफ, चार्ट और अन्य ग्राफिक्स जो आपकी पुस्तक में दिखाई देते हैं, उन पर ध्यान दीजिए| यदि आप एक किताब का अध्ययन नहीं कर रहे हैं, तो आप जो याद करने की कोशिश कर रहे हैं उसकी एक मानसिक छवि बनाने की कोशिश करें। यह मानसिक छवि जितनी अधिक स्पष्ट होगी, उतना ही अधिक आपको याद रहेगा|
किसी और को सिखाओ (Teach someone else):
ज़ोर से पढ़ना, याददाश्त में सुधार करने के लिए उपयोगी माना गया है। इस विचार के आगे तथ्य यह है कि मनोवैज्ञानिकों और शिक्षकों ने पाया है कि जब हम कोई बात या अवधारणा किसी और को सिखाते हैं तो हम उस बात को बड़ी आसानी से याद कर पाते हैं|
अपने परिवेश पर ध्यान दें (Pay attention to your surroundings):
यह सचेत रहने से जुड़ा है। आसपास की चीज़ों और अपने परिवेश की एक मानसिक फोटोग्राफ बनाने का अभ्यास करें। सभी बातों पर ध्यान दें – खुशबू, लोग, मौसम इत्यादि।
मल्टीटास्किंग से बचें (Avoid multitasking):
अध्ययन से पता चला है कि हमारा दिमाग कुशलतापूर्वक कार्यों के बीच स्विच नहीं कर सकता है, जिसका अर्थ है कि जब आप एक साथ कई काम (Multitask) करते हैं, तब आप वास्तव में कुछ नहीं कर रहे होते| शोध से यह भी पता चला है कि मल्टीटास्किंग करते हुए हम कम सीखते और अपना समय अधिक बर्बाद करते हैं।
रचनात्मकता का विकास और नई चीजें सीखें (Develop creativity and learn new things):
नई भाषा सीखें, वाद्य यन्त्र बजाएँ, चित्रकारी करें अपनी शब्दावली में वृद्धि करें- नई चीजें सीखने से तथा रचनात्मक कार्य करने से दिमाग सक्रिय रहता है।
बातें दोहराएँ (Repeat things):
यदि आप अपने दिमाग में कोई मेमोरी स्थापित करना चाहते हैं, तो इसे बार बार दोहराएँ| जैसे आप किसी नए व्यक्ति मिलते हैं तो उनसे हाथ मिलते समय उनका नाम दोहराएं (“Hi Mohan”), जब आप बातचीत खत्म कर रहे हों तब उनका नाम फिर से कहें (“It was nice meeting you, Mohan”)| यदि आपको यह अजीब लगता है, तो आप मन में कह सकते हैं।
कनेक्शन बनाएं (create connections):
आप अपनी दिनचर्या में जो भी देखते हैं उससे कनेक्शन बनाने से आप अपनी स्मृति (memory) को बेहतर कर सकते हैं। उदाहरण के रूप में – जिस सड़क से आप गुज़रें उसकी कोई खास निशानी जैसे कोई बड़ी दूकान या शोरूम या हॉस्पिटल को याद रखने से रास्ते को याद रखना आसान हो जाता है। किसी टेलीफोन नंबर को याद करने के लिए उसे आप, अपनी जन्म तिथि या शादी की वर्ष गाँठ से कनेक्ट करके याद रख सकते हैं।
प्रतिदिन अपने आप का परिक्षण कीजिये(Test yourself daily):
दिन भर में, खुद का थोड़ा परीक्षण लें – उदाहरण के लिए, जब आप एक दुकान छोड़ देते हैं तो अपने आप से पूछिये कि आपने दुकान में क्या देखा था, विभिन्न वर्गों के स्थान, दुकानदार के बारे में; उसकी / उसके बाल, आंखों व शर्ट का रंग आदि। स्वयं को टेस्ट करें, इससे आपकी स्मृति शक्ति में सुधार होगा।
Improve Memory By Eliminating Stress – तनाव को दूर करें
प्रतिदिन ध्यान (Meditate Everyday): प्रतिदिन कम से कम 15 से 30 मिनट ध्यान करने से आपके मस्तिष्क में परिवर्तन आता हैं और तनाव दूर होता है| सुबह का समय ध्यान करने के लिए सबसे अच्छा समय होता हैं| मैडिटेशन आपको स्वंय से मिलाता है, जिससे आपके जीवन में अद्भुत परिवर्तन आने लगते हैं|
योग (Yoga):
योग भी आपके मस्तिष्क में परिवर्तन करता हैं। शोध बताते हैं कि तनाव, चिंता और अवसाद को कम करने के अलावा, योग उम्र के साथ सिकुड़ने से मस्तिष्क की सुरक्षा करता है। दिलचस्प बात यह है योग मुख्यत: दिमाग के बाएँ hemisphere को सिकुड़ने से रोकता है, जो की उत्साह और खुशी के जैसी सकारात्मक भावनाओं के साथ जुड़ा हुआ है।
नियमित रूप से व्यायाम (Exercise regularly): व्यायाम से सिर्फ शरीर का व्यायाम नहीं होता है, यह आपके दिमाग का भी व्यायाम करने में मदद करता है| मोटापा और अधिक वजन जैसे रोगों से अंततः मस्तिष्क को गंभीर नुकसान हो सकता है। इसके अलावा, नियमित रूप से व्यायाम ना करने से धमनियों में पट्टिका (plaque) जमने लगता हैं और आपके रक्त वाहिकाएं प्रभावी रूप से रक्त पंप करने की क्षमता खोने लगते हैं। पट्टिका जमने से रक्त द्वारा आपके मस्तिष्क में पहुचने वाली ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की मात्रा को कम हो जाती है। किसी दिलचस्प गतिविधि द्वारा भी व्यायाम कर सकते हैं जैसे- तैरना या स्पोर्ट्स क्लब में शामिल हो जाएं।
पर्याप्त नींद लें (Get enough sleep):
हर व्यक्ति को पर्याप्त रूप से 7-8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए । नींद के दौरान, मस्तिष्क हाल ही में प्राप्त जानकारी और यादों को स्थिर करता है। पर्याप्त नींद प्राप्त करने से आप पूरा स्पेक्ट्रम रात चक्र पार करते हैं जो की जागने के दौरान अच्छे मस्तिष्क (optimal brain) के लिए आवश्यक हैं| दिन में थकान के वक्त ली गई एक छोटी सी झपकी आपके मस्तिष्क को फिर से रिचार्ज कर देती है|
संगठित हो जाओ (Get organised):
हर चीज़ के लिए विशिष्ट स्थान का चयन करिये और फिर लगातार उन्हें वहीँ रखने से जीवन में तनाव को कम करने में मदद मिलेगी| रोजमर्रा के कामों को संगठित (Organized) तरीके से करने से आपका दिमाग स्वतन्त्र हो जाता है जिससे महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है।
मेलजोल (socialize):
जिन लोगों के साथ में समय बिताने में आप अच्छा महसूस करते हैं, उनके साथ समय बिताएं। सामाजिकता से चिंता कम होती है और आत्मविश्वास बढ़ता है जिससे तनाव दूर होता हैं। प्रौद्योगिकी के उपयोग (अर्थात् अपने कंप्यूटर, फोन, या टेबलेट के सामने बैठने का समय) में कटौती करने से भी आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य में सुधार आता है और आप अधिक गहराई से सोच सकते हैं।
हँसो (Laugh out loud):
शोध बताते हैं कि हँसी से मनुष्य की अल्पकालिक याददाश्त (Short Term Memory) में सुधार होता है। हंसने से एक विशेष प्रकार के हार्मोन (एंडोर्फिन) का स्त्राव बढ़ता है जिससे आपके आपकी तर्क क्षमता बढ़ती है और तनाव कम होता हैं|
संगीत सुनो (listen to music):
अनुसंधान से पता चलता है कि संगीत के कुछ प्रकार याददाश्त सुधरने में बहुत मददगार रहे हैं। सूचना जो की जब एक विशेष गीत या संग्रह सुनते समय सीखी गयी हो उसे अक्सर उसी गीत के बारे में सोचने पर या मन में गाने से याद किया जा सकता है। गीत और संगीत विशेष यादों को वापस लाने में अहम भूमिका निभा सकते है।
Foods to Improve Your Memory – अपने आहार में सुधार
एंटीऑक्सीडेंट खाओ (Consume Antioxidants):
अध्ययन से पता चला है कि एंटीऑक्सीडेंट विशेष रूप से जामुन (blueberries) मस्तिष्क की रक्षा करती है और अल्जाइमर रोग व पागलपन जैसे रोगों के रूप में उम्र से संबंधित बीमारियों के प्रभाव को कम कर सकती हैं। अनार (चीनी रहित अनार का रस) भी एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत हैं। चाय में भी एंटीऑक्सीडेंट होता है| चाय द्वारा कैफीन की छोटी मात्रा स्मृति बढ़ाने में मदद कर सकती है। डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट और कैफीन सहित कई प्राकृतिक उत्तेजक तत्त्व होता है, जो की एकाग्रता और स्मृति को बढ़ावा देने के लिए उपयोगी होता है।
स्वस्थ वसा, नट और साबुत अनाज खाओ (Eat healthy fats, nuts and wholegrain):
नट और बीज विटामिन ई के अच्छे स्रोत हैं, जो उम्र के साथ जुड़ी संज्ञानात्मक गिरावट को कम करने में मदद कर सकते हैं। भोजन में साबुत अनाज हृदय स्वास्थ्य, जो मस्तिष्क सहित पूरे शरीर में रक्त प्रवाह करता है, को बढ़ावा देता है। अन्य खाद्य पदार्थ जो अपने आहार जोड़ना चाहिए उनमें फल, हरी सब्जियां और लीन प्रोटीन शामिल हैं।
पियें पर्याप्त पानी (Drink enough water):
मस्तिष्क लगभग 80% पानी से बना है| अधिक समय तक पानी नहीं पीने (dehydrated) या पर्याप्त रूप से पानी नहीं पीने से मस्तिष्क ठीक से काम नहीं कर पाता।