कोरोना वायरस क्या है और इससे कैसे बचें? What is Corona? How to save from Corona?

कोरोना वायरस क्या है और इससे कैसे बचें? What is Corona? How to save from Corona?

कोरोना वायरस क्या है और इससे कैसे बचें? What is Corona? How to save from Corona???

आज की इस पोस्ट में हम आपको कोरोना वायरस (corona virus) की पूरी जानकारी (complete information) देंगे। यहां हम आपको बताएंगे कि ये कोरोना वायरस क्या है (what is corona virus) और आप इससे कैसे बच सकते हैं?

How to save from Corona?

(How you can save yourself from corona virus) साथ ही हम आपको इसके लक्षणों की भी जानकारी देंगे (symptoms of corona virus)। तो बिना कोई देरी किए चलिए इस आर्टिकल की शुरूआत करते हैं।

Corona virus

आप सभी ने कोरोना वायरस (Corona virus) के बारे में तो ज़रूर सुना होगा। चीन से होते हुए अब ये वायरस पूरी दुनिया में फैलता जा रहा है। इतना ही नहीं, अब तो इस खतरनाक वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है। कोरोना वायरस को लेकर भारतीय सरकार काफी मुस्तैद नज़र आ रही है और लगातार सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से एडवायज़री जारी की जा रही हैं। ऐसे में आपको भी पता होना चाहिए कि कोरोना वायरस (coronavirus) क्या है, इसके होने के क्याकारण, लक्षण है और इससे कैसे बचा जाए?

कोरोना वायरस क्या है? What is Corona Virus in Hindi?

2019 nCoV virion👍
विषाणु वर्गीकरण
Group:Group IV ((+)एसएसआरएनए)
अधिजगत:वायरस (Virus)
जगत:राइबोविरिया (Riboviria)
संघ:अनिश्चित
गण:नीडोविरालीस(Nidovirales)
कुल:कोरोनाविरिडाए (Coronaviridae)
उपकुल:ऑर्थोकोरोनाविरिनाए (Orthocoronavirinae)
वंश
अल्फ़ाकोरोनावायरस (Alfacoronavirus)
बेटाकोरोनावायरस(Betacoronavirus)
गामाकोरोनावायरस(Gammacoronavirus)
डेल्टाकोरोनावायरस(Deltacoronavirus)

कोरोना वायरस एक ऐसा खतरनाक वायरस है, जिसका संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या वाली बीमारी होती है।

कोरोना शब्द का लेटिन भाषा में अर्थ होता है क्राउन। दऱअसल इस वायरस के ऊपर क्राउन की तरह कई कीलें होती हैं। इसलिए इसका नाम कोरोना वायरस रखा गया है।

इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण सबसे पहले दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर में देखा गया था और अब यह बहुत तेजी से दुनिया भर में फैल रहा है।

कहां से आया ये वायरस?

ये वायरस पहली बार देखा गया है। दरअसल, इसकी शुरूआत चीन से हुई है और अब ये कम से कम 60 देशों में फैल चुका है। इसका इंफेक्शन पहली बार दिसंबर में चीन देश के वुहान शहर में देखा गया था।

यह वायरस निमोनिया के मरीजों में पाया गया था। ये इंसान से इंसान में फैलने वाला एक बहुत ही खतरनाक वायरस है। कोरोना वायरस पहले जानवरों जैसे ऊंट, बिल्ली, चमगादड़ में मिलता था। लेकिन अब ये इंसानों में भी फैल रहा है।

WHO (World Health Organisation) की रिपोर्ट की मुताबिक अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बन सका है। डब्ल्यूएचओ द्वारा इसे नोबेल कोरोना 2019 नाम दिया गया है।

आपको बता दें कि पहली बार चीन की सरकार ने इस वायरस की पुष्टि की थी।

2019 Novel कोरोना वायरस का सोर्स – source of 2019 novel corona virus:

हालांकि, अभी तक साफ तौर पर इसके फैलने का कारण पता नहीं लग पाया है लेकिन कहा जा रहा है कि पहले ये जानवरों में (जैसे हमने आपको ऊपर भी बताया) पाया जाता था।

इसके अलावा ये भी कहा जा रहा है कि चीन के हुवेई प्रांत के वुहान शहर में इसके फैलने का बड़ा कारण यह था कि उन लोगों का कही न कहीं सी-फूड और जानवरों के बाजार से संबंध था।

कुल मिलाकर कहा जाए तो ये जानवरों से इंसानों में आया है। यही इसका सोर्स है और यह तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता ही जा रहा है।

कोरोना वायरस का लक्षण – symptoms of corona virus in Hindi

Corona virus कोई एक बीमारी नहीं है, यह कई बीमारियों का समूह है। जिसमें patient को निम्न समस्याएं होती हैं।

कोरोना की पहचान के लिए इन लक्षणों पर गौर करें

तेज बुखार आनाः 

अगर किसी व्यक्ति को सुखी खांसी के साथ तेज बुखार है तो उसे एक बार जरूर जांच करानी चाहिए. यदि आपका तापमान 99.0 और 99.5 डिग्री फारेनहाइट है तो उसे बुखार नहीं मानेंगे. अगर तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है.

कफ और सूखी खांसीः 

पाया गया है कि कोरोना वायरस कफ होता है मगर संक्रमित व्यक्ति को सुखी खांसी आती है.

सांस लेने में समस्याः

कोरोना वायरस से संक्रमित होने के 5 दिनों के अंदर व्यक्ति को सांस लेने में समस्या हो सकती है. सांस लेने की समस्या दरअसल फेफड़ो में फैलते कफ के कारण होती है.

फ्लू-कोल़्ड जैसे लक्षणः

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर कभी-कभी बुखार, खांसी, सांस में दिक्कत के अलावा फ्लू और कोल्ड जैसे लक्षण भी हो सकते हैं.

डायरिया और उल्टीः

कोरोना से संक्रमित लोगों में डायरिया और उल्टी के भी लक्षण देखे गए है. करीब 30 प्रतिशत लोगों में इस तरह के लक्षण पाये गए हैं.

सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमीः

बहुत से मामलों में पाया गया है कि कोरोना से संक्रमित लोगों को सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी आती है.

कोरोना वायरस के संक्रमित रोगी को पहले बुखार होता है, फिर सूखी खासी होती है। इसके एक हफ्ते बाद सांस लेने में परेशानी होती है। लगातार मांसपेशियों में दर्द बना रहता है।

इसका बुखार निमोनिया बनकर किडनी पर भी असर डाल सकता है। उसके बाद यह समस्याएं बढ़ती जाती है और आखिर में मरीज की मौत हो जाती है।

हालांकि यह बीमारी खतरनाक नहीं है और इसमें मृत्यु दर बहुत कम है। लेकिन समस्या यह है कि यह दुनिया बहुत ही तेजी से फैल रहा है अभी तक इसका कोई इलाज भी संभव नहीं हो पाया है।

कोरोना वायरस कितना खतरनाक है?

चीन में कोरोना वायरस के कहर से मरने वालों की संख्या 3200 को पार कर गई है. अब तक 70 देशों में इसके संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले से ही इसे इमर्जेंसी घोषित कर चुका है।

भारत में भी अब तक इसके 29 ताजा मामले सामने आ चुके हैं। दुनिया भर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 94,000 के पार चली गयी है।

कोरोना वायरस कितना खतरनाक है?

  • कोरोना से दुनिया भर में अब तक 3200 लोग मरे हैं?
  • ईरान में अब तक कोरोना से 92 और दक्षिण कोरिया में 32 लोगों की मौत हो चुकी है।
  • सियेटल में फेसबुक के एक इम्पलॉई में कोविड 19 का संक्रमण पाया गया है।
  • सिर्फ इटली में ही अब तक कोरोना से 107 लोगों की मौत हो गयी है।
  • चीन के हुबेई प्रांत में अब तक कोरोना से प्रभावित लोगों की संख्या 67,466 है।
  • चीन के हुबेई प्रांत में अब तक कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या 2,902 है।
  • दुनिया भर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1 लाख के पार चली गयी है।

कोरोना वायरस से मृत्युदर

  1. 9 साल तक के बच्चों में- 0 प्रतिशत
  2. 10-39 वर्ष तक के लोगों में 0.2 प्रतिशत
  3. 40-49 वर्ष तक के लोगों में 0.4 प्रतिशत
  4. 50-59 वर्ष तक के लोगों में 1.3 प्रतिशत
  5. 60-69 वर्ष तक के लोगों में 3.6 प्रतिशत
  6. 60-69 वर्ष तक के लोगों में 3.6 प्रतिशत
  7. 70-79 वर्ष तक के लोगों में 8 प्रतिशत
  8. 80 से ज्यादा वर्ष के लोगों में 14.8 प्रतिशत

स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए इसे फैलने से रोकना एक बड़ी चुनौती बन गई है। हालांकि, चीन इसे रोकने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहा है।

कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए WHO के 7 स्टेप्स विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सात आसान स्टेप्स बताए हैं, जिनकी मदद से कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सकता है और खुद भी इसके इंफेक्शन से बचा जा सकता है.

Coronavirus disease (COVID-19) advice for the public

कोरोना वायरस से कैसे बचें – How to avoid corona virus in Hindi?

अगर आप कोरोनावायरस से बचना चाहते हैं तो आपको इससे बचाव के उपाय पता होना चाहिए। क्योंकि यह दिन प्रतिदिन महामारी का रूप लेता जा रहा है।

कोरोना वायरस से बचने के उपाय निम्न प्रकार हैं:

1. स्वच्छता का ध्यान रखें

कोरोना वायरस से बचने के लिए हाइजीन (Hygiene) बहुत जरूरी है। इसीलिए सफाई का बहुत ध्यान रखे। अच्छे से हाथ धोएं, सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें।

हाथ धोने के बाद किसी साफ कपड़े से पोछें या ड्रायर से हाथों को सुखाएं। बार-बार मुंह-आंख या आंखों पर हाथ न लगाएं। यदि ऐसा करते भी हैं तो तुरंत हाथों और चेहरे को अच्छे से धोएं।

2. टिश्यू का इस्तेमाल करें

अपने साथ टिश्यू को कैरी करें। खांसने के दौरान टिश्यू का यूज़ करें और एक बार इस्तेमाल में लाया गया टिश्यू दोबारा इस्तेमाल न करें।

3. हाथ मिलाने से बचें

किसी भी बाहरी व्यक्ति से हाथ मिलाने से बचें। या ऐसा करने पर तुरंत हाथ धोएं, सैनिटाइज़र का यूज़ करें।

4. भीड़ से बचें

ज़्यादा भीड़ वाले इलाके में जाने से बचें। सार्वजनिक स्थानों (public places) पर किसी भी चीज़ को छूने से बचें।

5. फल-सब्ज़ियों को धोकर खाएं

फलों और सब्जियों को खाने से पहले उन्हें अच्छी तरह धो लें। बाजार से लाकर सीधे खाने की गलती न करें। इसके अलावा खाना बनाते वक्त भी सावधानी बरतें। सब्जियों को उबालने में गर्म पानी का इस्तेमाल करें।

6. गर्म पानी पीएं

ठंडा पानी पीना एवॉइड करें और गर्म पानी पीएं।

7. मास्क पहनें

सार्वजनिक स्थलों (public places) पर जाने से पहले मुंह को अच्छी तरह से कवर करें। इसके लिए N95 मास्क ज़रूर पहनें।

8. डायट का ध्यान रखें

ऐसे वक्त में ऐसा खाना खाएं जिससे आपकी इम्यून सिस्टम (immune system) स्ट्रॉन्ग हो। आप जितनी अच्छी डायट लेगें उतना ही इस वायरस का खतरा टलेगा।

भारत में कोरोना वायरस – Corona virus in India

चीन और दूसरे देशों से होते हुए ये वायरस भारत में भी आ चुका है। भारत में सबसे पहले कोरोना का मामला केरल में सामने आया था। केरल के तीन लोग कोरोना-पॉजिटिव पाए गए थे।

इसके बाद दिल्ली में एक और कोरोना का पॉजिटिव मामला सामने आया है। एक केस तेलंगाना में भी मिला है। इनके अलावा चंडीगढ़ में दो लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है।

जयपुर में भी एक शख्स में कोरोना पॉजीटिव मिला है। बता दें कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में जितने भी लोग आए हैं, उन्हें भी निगरानी में रखा जा रहा है।

कोरोना वायरस से अब तक दुनिया में तीन हज़ार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हज़ारों की संख्या में लोग इससे संक्रमित हैं।

वायरस का असर कैसा होगा?भारत में

सरकार ने भी जारी की एडवाइज़री


भारत सरकार ने भी कोरोना वायरस के लक्षण मिलने पर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पर सूचना देने को कहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से 24 घंटे चलने वाला कंट्रोल रूम तैयार किया गया है.

फोन नंबर 011-23978046 के माध्यम से कंट्रोल रूम में संपर्क किया जा सकता है. इसके अलावा ncov2019@gmail.com पर मेलकर के भी कोरोना वायरस के लक्षणों या किसी भी तरह की आशंकाओं के बारे में जानकारी ली जा सकती है.

ऐसा माना जा रहा है कि भारत में तपमान बढ़ने से कोरोना वायरस बेअसर हो जाएगा। अगर तापमान 30-35 डिग्री हो जाता है तो वायरस का असर कम हो जाएगा। स्काईमेट के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में रहने वालों को इससे डरने की जरूरत नहीं है।

वायरस का असर कैसा होगा?भारत में

लेकिन अब भारत में खास करके उत्तरी भारत में मौसम बदल गया है। यहां पिछले दो-तीन दिनों से बारिश का मौसम बना हुआ है और कई जगहों पर भारी बारिश भी हुई।

इसलिए अब यह है वायरस के लिए मददगार साबित हो रहा है, यही कारण है कि उत्तरी भारत में कोरोनावायरस की समस्याएं तेजी से बढ़ रही है। इटली से आए 16 लोग (कोरोनावायरस ) संक्रमित राजस्थान में फैला चुके हैं।

दिल्ली में सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। भविष्य में क्या होगा कह नहीं सकते। लेकिन फिर भी हम आपको एक सलाह देना चाहेंगे कि किसी भी प्रकार की अफवाहों से दूर रहें।

चेतावनी:- अफवाहों से दूर करें

आपको बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर काफी सारी अफवाहें भी फैलाई जा रही हैं। इसीलिए हम आपसे अनुरोध करते हैं कि इन अफवाहों से दूर रहें। साथ ही हम आपको अफवाह और उसकी सच्चाई भी बता रहे हैं।

  • मिथक- लहसून खाने से दूर होगा कोरोना वायरस।
  • सच्चाई- इसमें एंटीमाइक्रोबियल प्रोपर्टीज़ होती है लेकिन कोरोना के इलाज का तथ्य नहीं मिला है।
  • मिथक- निमोनिया की वैक्सीन कोरोना वायरस से बचाने में मदद करती है।
  • सच्चाई- WHO के मुताबिक निमोनिया की वैक्सीन कोरोना के लिए नहीं है।
  • मिथक- गाय के गोबर और गौमूत्र से होगा कोरोना का इलाज।
  • सच्चाई- इसके लिए अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बनी है।
  • मिथक- चाइनीज़ फूड खाने से हो सकता है कोरोना वायरस।
  • सच्चाई- चाइनीज़ फूड को रिस्क फैक्टर नहीं माना गया है।

बहुत सी कंपनियां इसके इलाज को लेकर बेकार की दवाइयां बेच रहे हैं। TV पर तरह-तरह के ऐड दिखाए जा रहे हैं। उनमें से अधिकतर दावे झूठे हैं उनका यकीन करके पैसे बर्बाद ना करें।

विश्व में कोरोना संक्रमण (COVID-19) पर एक नजर


विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोनावायरस से संक्रमित प्रति एक हज़ार व्यक्तियों में से नौ व्यक्तियों की मौत होने की आशंका है. अभी तक इस वायरस से बुजुर्गों की मृत्यु दर सबसे ज्यादा है. कोरोना के लक्षण और उसकी रोकथाम के उपायों के बारे में जानने से पहले आइए देखते हैं दुनिया भर में कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति क्या है।

कोविड-19 के बारे में बुनियादी जानकारी


कोरोना वायरस यानी कि Coronavirus disease (COVID-19) बहुत सूक्ष्म लेकिन प्रभावी वायरस है. कोरोना वायरस मानव के बाल की तुलना में 900 गुना छोटा है. आकार में इस छोटे वायरस ने पूरी दुनिया को डरा दिया है. दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर में नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) का पहला मामला जानकारी में आया.

सार्स (सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम)

इस संक्रमण से प्रभावित लोगों में बुखार, सर्दी-जुखाम, खांसी तथा सांस लेने में तकलीफ पाई गई थी. डाक्टरों ने पाया ये लक्षण सार्स (सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम)से काफी मिलते-जुलते हैं. नोवल कोरोना वायरस (एनसीओवी/कोविड-19) कोरोना वायरस परिवार का सातवां वायरस है. अब छह तरह के कोरोना वायरस सामने आए हैं. इसकी अनुवांशिक संरचना 80 फीसदी तक चमगादड़ों में पाए जाने वाले सार्स वायरस जैसी मिली.