पृथ्वी के निचे क्या है? | Prithvi Ke Niche Kya Hai

पृथ्वी के निचे क्या है? | Prithvi Ke Niche Kya Hai

पृथ्वी के निचे क्या है? | Prithvi Ke Niche Kya Hai | Earth in Hindi

हम इंसानों का अस्तित्व  पृथ्वी पर पिछले 2 लाख सालो से है, आज तक हमारी पृथ्वी कई करोड़ों

जीवों को जीवन प्रदान कर चुकी है ! पृथ्वी पर मौजूद सारे जीवों में से केवल इंसान ही सबसे ज्यादा

उन्नत अर्थात बुद्धिमान है ! इसी बुद्धिमानी का इस्तेमाल करके हमने यह भी मालूम किया है, की

पृथ्वी के सतह के निचे क्या है ! तो चलिए जानते हैं की  (Prithvi Ke Niche Kya Hai) पृथ्वी

के निचे क्या है?

पृथ्वी का केंद्र (Prithvi Ka Kendra)

पृथ्वी का केंद्र (Prithvi Ka Kendra) पृथ्वी के सतह से करीब 6,370 किलोमीटर निचे है !

मुख्यतः पृथ्वी चार परतों से मिलकर बना है, सबसे ऊपरी परत को हम क्रस्ट (Crust) कहते हैं, जो

की पृथ्वी कि सतह से करीब 30-100 किलोमीटर निचे तक होता है ! 

उसके बाद सुरु होता है मेंटल (Mantle) इसकी कुल मोटाई करीब 2891 किलोमीटर है ! इसके

बाद आता है, पृथ्वी का Outer Core जो करीब 2,260 किलोमीटर मोटा होता है ! अंत में पृथ्वी

के केंद्र में होता है, पृथ्वी का Inner Core जिसका रेडियस करीब 1220 किलोमीटर होता है ! तो

चलिए पृथ्वी चरों परतों को बारीकी से समझतें हैं !

Earth Information in Hindi

क्रस्ट (Crust)

पृथ्वी की जिस सतह पर हम रहते हैं, उसे क्रस्ट कहा जाता है ! जिसकी कुल मोटाई करीब 30-

100  किलोमीटर तक होता है, अर्थात पृथ्वी का क्रस्ट पृथ्वी की सतह से 30-100  किलोमीटर निचे

तक होता है ! पृथ्वी का क्रस्ट दो लेयर से मिलकर बना हुआ है, पहला है Oceanic Crust जो

की Basaltic Rock से बना होता है, और दूसरा है Continental Crust जो की Granitic

Rock से बना हुआ होता है !

पृथ्वी के क्रस्ट में सबसे ज्यादा मिनरल्स तथा मेटल्स पाए जाते हैं, पृथ्वी के क्रस्ट में ही सोना

(Gold),सिलिकॉन (Silicon),एल्युमीनियम (Aluminium) तथा मैग्नीशियम (Magnesium)

जैसे ही अन्य मिनरल्स तथा मेटल्स पाए जाते हैं ! पृथ्वी पर खोदा गया अब तक का सबसे गहरा गढ्ढा

है कोला सुपरदीप बोरहोल, पृथ्वी के सतह से इसकी कुल गहराई है करीब 12 किलोमीटर है !

मेंटल (Mantle

पृथ्वी के क्रस्ट के बाद सुरु होता है पृथ्वी का मेंटल ! मेंटल परत की कुल मोटाई करीब 2890

किलोमीटर है !  मेंटल पृथ्वी के द्रव्यमान का कुल 65% हिस्सा हैं, पृथ्वी का मेंटल मैग्मा रॉक अर्थात

ज्वालामुखी पत्थर से मिलकर बना हुआ है ! जिसमे सिलिकॉन , ऑक्सीजन , तथा आयरन पाया

जाता है ! पृथ्वी के सतह से करीब 150 किलोमीटर निचे पृथ्वी के मेंटल में ही हीरे (Diamond)

पाए जाते हैं ! 

पृथ्वी के सतह से करीब 700 किलोमीटर निचे जो की मेंटल का हिस्सा है, इसी हिस्से में भूकंप की

शुरुआत होती है और कम्पन के जरिये पृथ्वी के सतह तक पहुंच जाती है ! पृथ्वी के मेंटल का

तापमान करीब 1000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, जैसे जैसे हम पृथ्वी के मेंटल से निचे जाते

हैं वैसे वैसे इसका तापमान बढ़ने लगता है ! 

आउटर कोर (Outer Core)

पृथ्वी के सतह से 2900 किलोमीटर निचे से पृथ्वी के बाहरी कोर की शुरुआत हो जाता है यह करीब

2,260 किलोमीटर  मोटा होता है इसका तापमान करीब 4000 डिग्री सेल्सियस तक होता है ! यह

आयरन तथा निकेल से बना हुआ होता है पृथ्वी का आउटर कोर पूरी तरह से तरल (liquid) रूप

में होता है ! पृथ्वी के इसी आउटर कोर की वजह से पृथ्वी पर Magnetic Field का निर्माण होता

है ! 

अगर पृथ्वी पर Magnetic Field अगर न होता तो पृथ्वी पर जीवन भी नहीं होता क्योंकि यह

सुरज से आने वाली UV किरणों से हमें बचता है ! पृथ्वी के आउटर कोर का साइज इतना बड़ा है

की पृथ्वी के आउटर कोर में मंगल ग्रह पूरी तरह फिट हो सकता है !

इनर कोर (Inner Core)

पृथ्वी का इनर कोर 80 % आयरन तथा 20% निकेल से मिलकर बना हुआ है यह पूरी तरह ठोस

(Solid)फॉर्म में होता  है ! पृथ्वी के इनर कोर का तापमान करीब 6000 डिग्री सेल्सियस होता है

जोकि सूरज के सतह के तापमान के बराबर है पृथ्वी के इनर कोर में चाँद पूरी तरह समां सकता है !

पृथ्वी के इनर कोर का रेडियस करीब 1220 किलोमीटर है !

हम पृथ्वी के इस इनर कोर को छोटा सूरज भी कह सकतें हैं, क्योंकि इसका तापमान भी सूरज के

सतह के तापमान के बराबर ही होता है ! लेकिन अब यह सवाल आपके मन में जरूर आता होगा

की वैज्ञानिकों को किस तरह यह मालूम पड़ा की (Prithvi Ke Niche kya Hai) पृथ्वी के निचे

क्या है !  

वैज्ञानिकों को पृथ्वी के अलग अलग परतों के बारे में Siesmic Wave की अच्छी तरह से पढ़ाई

करने से मालूम पड़ जाता है ! जब पृथ्वी पर भूकंप आता है तब ये Seismic Wave का निर्माण

होता है, जो की पृथ्वी के कई परतों से टकराकर कम्पन के जरिये पृथ्वी के सतह तक आ जाती है

और इसके Magnitude अर्थात मात्रा का अध्ययन करके वैज्ञानिक यह पता करतें हैं की पृथ्वी की

सतह के निचे क्या है !